तीन दिनों की वार्ता के बाद चीनी सेना ने दो मेजर सहित दस भारतीय सेना के जवानों को किया रिहा

गलवान घाटी के पीपी-14 में हुई खूनी झड़प, चीन ने भारतीय सेना के 10 जवानों को बंधक बना लिया था. मेजर जनरल स्तर की बातचीत के बाद 10 भारतीय जवानों को चीनी सेना ने गुरुवार शाम यानी झड़प के तीन दिन बाद छोड़ दिया है. सैनिकों को हटाने के साथ-साथ गालवान घाटी के आसपास के क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने पर बातचीत हुई.10 भारतीय जवानों की वापसी के बाद भी गलवान घाटी में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. गलवान घाटी और पैंगॉन्ग झील के पास दोनों देशों की ओर से अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चीनी ने दो मेजर समेत 10 भारतीय जवानों को बंधक बनाया था. सेना ने आधिकारिक तौर पर इस बारे में कोई बात नहीं कही, संक्षिप्त बयान में बस ये कहा, “यह स्पष्ट किया जाता है कि कार्रवाई में कोई भारतीय सैनिक लापता नहीं है.”गालवान घाटी के हिंसक संघर्ष में भारत के 20 जवानों को जान गंवानी पड़ी थी जबकि खबरों के मुताबिक चीन के करीब 45 सैनिकों की मौत हुई है.
बता दे कि15 जून की रात को भारतीय सेना का एक दल गलवान घाटी के पेट्रोलिंग प्वाइंट-14 पर चीनी सेना से बात करने गया था, जिसके दौरान चीनी सैनिकों ने घात लगाकर भारतीय सेना के दल पर हमला कर दिया, जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए और चीन को भी भारी नुकसान हुआ था.

india china flags
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गलवान घाटी में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है, गलवान घाटी और पैंगॉन्ग झील के पास दोनों देशों की ओर से अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है.

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