नेपाल के पीएम ओली फसे राजनीतिक संकट में, खतरे में गद्दी; कुर्सी बचाने के लिए बुलाई आपात बैठक
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली की कुर्सी पर लगातार संकट मंडरा रहा है और उनके विरोधी अब उनका इस्तीफा लेने पर अड़ गए हैं.
पीएम के पी शर्मा ओली ने भारत के खिलाफ गलत बयानबाजी कर भारत पर अपनी सरकार को गिराने और प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए भारत, भारतीय मीडिया और भारतीय दूतावास पर आरोप लगाया था. नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड ने प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांगा है, पुष्प कमल दहल प्रचंड ने कहा कि प्रधानमंत्री का इस्तीफा दिल्ली ने नहीं, मैंने मांगा है.
जब से भारत के साथ केपी ओली ने नक्शे का विवाद शुरू किया है, तभी से ही नेपाल में राजनीतिक संकट है. भारत के विरोध के बावजूद केपी ओली की सरकार ने नेपाल का नया नक्शा जारी किया, जिसमें उत्तराखंड के तीन गांवों को अपना इलाका बताया गया. केपी ओली के पार्टी के नेता ही उनका विरोध कर रहे हैं और भारत के साथ संबंध खराब करने का आरोप लगा रहे हैं.
स्टैंडिंग कमिटी की बैठक के पांचवें दिन नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी के चार बड़े नेता कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड, पूर्व प्रधानमंत्री द्वय माधव नेपाल और झलनाथ खनाल तथा पार्टी उपाध्यक्ष बामदेव गौतम ने कहा कि यदि भारत इस तरह की साजिश में शामिल है तो प्रधानमंत्री को इसका प्रमाण सार्वजनिक करना चाहिए, अगर सिर्फ प्रचार पाने और अपनी कुर्सी बचाने के लिए यह झूठा आरोप लगाया गया है तो नैतिकता के आधार पर पीएम को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
यह घमासान के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने करीबी मंत्रियों के साथ बैठक की.
प्रधानमंत्री के करीबी पर्यटन मंत्री योगेश भट्टराई ने भी बैठक के और इस राजनीतिक घमासान के बारे मे बताते हुए कहा कि मंगलवार को पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेता और अन्य स्थाई समिति के सदस्यों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा. इस स्थिति में पार्टी को कैसे आगे बढ़ाया जाया, कैसे आंतरिक विवाद को खत्म किया जाए, ये महत्वपूर्ण है. मंगलवार को हुई बैठक के बाद साफ हो गया कि पार्टी आतंरिक विवाद के कारण संकट में है. इस बात को सहज ही समझा जा सकता है.
पीएम के पी शर्मा ओली ने भारत के खिलाफ गलत बयानबाजी और नक्शे का विवाद खड़ा कर अपनी ही पार्टी मे अविश्वास और मतभेद उत्पन कर अपनी कुर्सी मुश्किल मे डाल दी है.