विश्व बैंक की ताजा रिपोर्ट- दूसरे विश्व युद्ध के बाद की सबसे बड़ी मंदी आएगी
विश्व बैंक की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 के झटके से वैश्विक इकोनॉमी में दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ी मंदी आने वाली है, वहीं भारतीय इकोनॉमी अस्त-व्यस्त हो गई है
कोरोना वायरस की वजह से वैश्विक इकोनॉमी में दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ी मंदी आने वाली है. वहीं, भारत की अर्थव्यवस्थ 3.2 प्रतिशत सिकुड़ेगी[ विश्व बैंक की ताजा रिपोर्ट ग्लोबल इकोनॉमिक प्रास्पेक्ट (वैश्विक आर्थिक संभावना) के मुताबिक इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था में 5.2 प्रतिशत की गिरावट आएगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि विकसित देशों में मंदी दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ी होगी. वहीं उभरते और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में उत्पादन में कम से कम छह दशक में पहली बार गिरावट आएगी.
विश्व बैंक की रिपोर्ट में भारत की वृद्धि के अनुमान में भी भारी कमी की गई है. लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले वर्ष फिर उछल कर पटरी पर वापस आ जाएगी. रिपोर्ट के मुताबिक भारत की आर्थिक वृद्धि 2019-20 में अनुमानित 4.2 प्रतिशत रही. भारत सरकार के राजकोषीय प्रोत्साहनों और रिजर्व बैंक की ओर से लगातार कर्ज सस्ता रखने की नीति के बावजूद बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र पर दबाव होगा. वहीं, वैश्विक अर्थव्यवस्था संकट का भारत पर भी असर पड़ेगा.
रिपोर्ट के मुताबिक ”केवल महामारी के कारण कोविड-19 मंदी 1870 के बाद पहली मंदी है. जिस गति और गहराई से इसने असर डाला है, उससे लगता है कि पुनरुद्धार में समय लगेगा. इसके लिए नीति निर्माताओं को अतिरिक्त हस्तक्षेप करने की जरूरत होगी.”