कुल्लू ज़िला से दस दिन में हटाए जाएंगे बेसहारा पशु: उपायुक्त
बेसहारा पशुओं की सूचना के लिए जारी होगा हैल्पलाइन नंबर
-गोसदनों के लिए 15 दिन में जमीन चिह्नित करने के दिए निर्देश
कमलेश वर्मा(परी),कुल्लू,29 दिसंबर। कुल्लू जिला में सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर भटक रहे सभी बेसहारा पशुओं को दस दिन के भीतर निकटवर्ती गोसदनों में पहुंचा दिया जाएगा। यह बात बेसहारा पशुओं की समस्या और जिले में गो सदनों के प्रबंधन को लेकर शुक्रवार को बचत भवन में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने कही। उन्होंने कहा कि जिले में चल रहे 8 गोसदनों को सुदृढ़ किया जाएगा तथा बेसहारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस समस्या के समाधान के लिए मंत्रीमंडलीय उप समिति का गठन किया है। कुल्लू जिला में भी इस दिशा में गंभीर प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला में इस समय रांगड़ी, कटराईं, डोभी, रायसन, बंदरोल, बाशिंग और कुल्लू में कुल आठ गोसदन चलाए जा रहे हैं। इनमें 1000 से अधिक पशु रखे गए हैं। उपायुक्त ने पशुपालन विभाग, पंचायतीराज विभाग और नगर निकायों के अधिकारियों तथा गोसदन चलाने वाली संस्थाओं के पदाधिकारियों को उक्त गोसदनों को राज्य गोवंश संवर्द्धन बोर्ड के अधीन पंजीकृत करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया की सभी औपचारिकताएं अतिशीघ्र पूरी करें तथा संबंधित संस्था या विभाग के लिए 15 दिन के भीतर जमीन चिह्नित करें।
उपायुक्त ने बताया कि बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान और गोसदनों के बेहतर प्रबंधन के लिए जिला, उपमंडल व ब्लाॅक स्तर पर व्यापक कदम उठाए जाएंगे तथा टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को इसकी व्यापक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने बताया कि जिला में शीघ्र ही एक हैल्पलाइन नंबर जारी करेगा, जिस पर बेसहारा पशुओं की तुरंत सूचना दी जा सकेगी। 2 जनवरी को मनाली के राष्ट्र स्तरीय शरदोत्सव के दौरान इस नंबर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा तथा शरदोत्सव के शुभारंभ अवसर पर झांकी निकालकर लोगों को बेसहारा पशुओं की समस्या के प्रति जागरुक किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि गोसदनों के निर्माण और बेहतर प्रबंधन के लिए जिला स्तर पर गठित सोसाइटी को सुदृढ़ किया जाएगा तथा पर्याप्त फंड की व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में एडीसी राकेश शर्मा, सहायक आयुक्त डा. अमित गुलेरिया, एसडीएम बंजार अपूर्व देवगन, एसडीएम कुल्लू सन्नी शर्मा, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा. आरएल संदल, अन्य अधिकारियों और विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।