कलाकेंद्र कुल्लू में कल से नाट्योत्सव ‘कुल्लू रंग मेला’ का होगा आगाज़

-आठ दिनों तक आयोजित होने वाले नाट्योत्सव में 8 नाटकों का होगा मंचन
कमलेश वर्मा(परी), कुल्लू, 07 जनवरी। लालचंद प्रार्थी कलाकेन्द्र कुल्लू में सोमवार से आठ नाटकों का आठ दिवसीय नाट्योत्सव ‘कुल्लू रंग मेला’ का आगाज़ होगा। ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन कुल्लू के इस वार्षिक नाट्योत्सव को संस्था द्वारा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार व भाषा एवं संस्कृति विभाग कुल्लू के साथ संयुक्त तत्वावधान में 8 से 15 जनवरी तक आयोजित किया जा रहा है। हर शाम 5 बजे आरम्भ होने वाले नाटकों के इस उत्सव का आगाज़ 8 जनवरी से प्राख्यात बांग्ला नाटककार मनोज मित्रा के नाटक ‘काक चरित्र’ से होगा। रंगकर्मी केहर सिंह ठाकुर के नेतृत्व में संस्था के 40 युवा, वरिष्ठ व बाल कलाकारों द्वारा ये 8 नाटक प्रस्तुत किए जाएंगे। जबकि 9 जनवरी को बच्चों का नाटक ‘राक्षस’, 10 को हास्य नाटक ‘आत्महत्या की दुकान, 11 को दुग्ध धेनू, 12 को व्यंग्य नाटक चिड़िया के बहाने, 13 को फिर हास्य नाटक भगवान का पूत, 14 को हास्य व्यंग्य से भरपूर नाटक नैयन भरी तलैईया और 15 को सुन्नी और भुंकू की प्रेम कथा पर आधारित लोकप्रिय नाटक सुन्नी भुंकू के साथ नाट्योत्सव का समापन होगा। जानकारी देते हुए एशोसिएशन के सचिव केहर सिंह ठाकुर ने बताया कि हिमाचल में ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन ही रंगमंच की एक ऐसी संस्था है जो अपने बूते इतने नाटकों और इतने दिनों का नाट्योत्सव कर पाती है। हर नाटक की अवधि 1 घण्टा से डेढ़ घण्टा के बीच रहेगी। अतः नाटक प्रतिदिन निर्धारित समय 5 बजे शाम आरम्भ होकर 6 या साढ़े छः बजे के बीच समाप्त हो जाएगा ताकि कुल्लू शहर से बाहर रहने वाले भी नाटक देखकर अपने घर के लिए समय पर जा सकें।