भारी समर्थन के साथ भारत 8 वीं बार यूएनएससी का अस्थाई सदस्य चुना गया.
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भारत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का 8वीं बार 192 वोटों में से 184 वोट के साथ अस्थाई सदस्य चुना गया है. भारत पहली बार 1950 में गैर-स्थायी सदस्य के रूप में चुना गया था और आज आठवीं बार चुना गया. भारत 2021-22 के कार्यकाल के लिए एशिया-प्रशांत श्रेणी से गैर-स्थायी सीट के लिए एकमात्र उम्मीदवार था.
Member States elect India to the non-permanent seat of the Security Council for the term 2021-22 with overwhelming support.
India gets 184 out of the 192 valid votes polled. pic.twitter.com/Vd43CN41cY
— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) June 17, 2020
अमेरिका ने सुरक्षा परिषद में भारत की अस्थाई सदस्यता पर कहा “हम भारत का स्वागत करते हैं। उसे बधाई देते हैं। दोनों देश मिलकर दुनिया में अमन बहाली और सुरक्षा के मुद्दों पर काम करेंगे। दोनों देशों के बीच ग्लोबल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप है। हम इसे और आगे ले जाना चाहते हैं।”
संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मुताबिक, भारत दो साल के लिए अस्थाई सदस्य चुना गया है। भारत के साथ आयरलैंड, मैक्सिको और नॉर्वे भी अस्थाई सदस्य चुने गए हैं।
संरा सुरक्षा परिषद में भारत को अस्थाई सदस्यता मिलने से पाकिस्तान परेशान है। वोटिंग के पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी ने कहा- यूएनएससी में भारत की अस्थाई सदस्यता हमारे लिए चिंता का विषय है। भारत हमेशा इस मंच से उठाए जाने वाले प्रस्तावों को खारिज करता रहा है।
इसके साथ ही भारत संयुक्त राष्ट्र के शक्तिशाली 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में एक गैर-स्थायी सदस्य के रूप में शामिल गो गया है.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति कहते हैं कि सुरक्षा परिषद में भारत की मौजूदगी दुनिया में वसुधैव कुटुंबकम की धारणा को मजबूत करेगी.
इससे पहले, भारत को 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992 और हाल ही में 2011-2012 में सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में चुना जा चुका है.