चीफ सेक्रेटरी को थप्पड़ मारने का केस, आप विधायकों पर कार्यवाई की मांग
आम आदमी पार्टी के विधायकों पर दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी (सीएस) अंशु प्रकाश को थप्पड़ मारने और बदसलूकी का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि घटना सोमवार रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बंगले पर हुई। तब सीएस सरकार की ओर से बुलाई गई मीटिंग में पहुंचे थे। इस मामले में मंगलवार को चीफ सेक्रेटरी ने राजनाथ सिंह से मुलाकात की। गृह मंत्रालय ने दिल्ली के उपराज्यपाल से रिपोर्ट तलब की है। उधर, आप विधायकों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अफसरों ने हड़ताल का एलान किया। हालांकि, इस पर एसोसिएशन में एक मत नहीं है। आप ने सफाई में कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। एलजी के इशारों पर आरोप लगाए जा रहे हैं। वहीं, बीजेपी और कांग्रेस ने इसे सरकार की गुंडई करार दिया।
बताया जा रहा है कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने सोमवार रात को अपने आवास पर कुछ योजनाओं पर चर्चा के लिए मीटिंग बुलाई थी। इसमें चीफ सेक्रेटरी भी शामिल हुए। आरोप है कि इसी दौरान विधायकों ने चीफ सेक्रेटरी के साथ बदसलूकी की। इस दौरान उन्हें धक्का देने के साथ थप्पड़ भी मारा और अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया। उधर, आप नेता आशीष खेतान ने मंगलवार दोपहर दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम को फोनकर कहा कि सेक्रेटरिएट में उनके साथ भी कुछ लोगों ने मारपीट की। इसके बाद पुलिस की एक टीम जांच के लिए मौके पर पहुंची। सेक्रेटरिएट में पूरे दिन अफरातफरी की स्थिति बनी रही।
चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने घटना को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इसके बाद राजनाथ ने कहा, ”दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी के साथ जो कुछ हुआ, उसे लेकर मैं बेहद दुखी हूं। नौकरशाहों को पूरे सम्मान के साथ और निडर होकर काम करने की आजादी मिलनी चाहिए।”
”इस मामले में गृह मंत्रालय ने दिल्ली के उपराज्यपाल से रिपोर्ट मांगी है। अफसर के साथ इंसाफ होगा। आईएएस अफसरों ने मुलाकात कर मुझे हालात से अवगत कराया है।”दिल्ली एडमिनिस्ट्रेटिव सबऑर्डिनेट सर्विसेस (डीएएसएस) के प्रेसिडेंट डीएन सिंह ने कहा, ”मुख्यमंत्री ने सीएस को बातचीत के लिए बुलाया था। इस दौरान ही असॉल्ट किया। ये संवैधानिक संकट है। दिल्ली की ब्यूरोक्रेटिक फैमिली पर हमला हुआ है। ऐसे में सामान्य कर्मचारी का क्या होगा।”
”हमारी मांग है कि जब तक आरोपी विधायकों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, हड़ताल पर रहेंगे। एलजी से मिलकर घटना के लिए जिम्मेदार विधायकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।” हालांकि, अफसरों के कुछ एसोसिएशन ने कहा कि वो ऑफिस जाएंगे, लेकिन काम नहीं करेंगे।
“दिल्ली एडमिनिस्ट्रेशन के हेड के साथ हाथापाई शर्मनाक है। इससे उनकी जान को खतरा है। हमें लगता है कि इस तरह की घटनाओं से सरकारी कामकाज में बाधाएं आएंगी। इसलिए उपराज्यपाल और केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि आरोपी विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।”
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, आप आदमी पार्टी ने कहा- ”दिल्ली में आधार की गड़बड़ी के चलते 2.5 लाख परिवारों को पिछले महीने राशन नहीं मिल पाया। इसके चलते विधायकों पर जनता का काफी दबाव हैं। इसीलिए मुख्यमंत्री आवास पर विधायकों की मीटिंग बुलाई गई थी। मीटिंग में चीफ सेक्रेटरी ने सवालों के जवाब नहीं दिए। उन्होंने कहा कि वो मुख्यमंत्री और विधायकों के लिए जवाबदेह नहीं हैं। सिर्फ एलजी को जवाब देंगे। सीएस ने विधायकों के साथ गलत लहजे में बात की और मीटिंग से बाहर चले गए। अब बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।”
आप विधायक, प्रकाश जरवाल ने कहा, ”हमने चीफ सेक्रेटरी के द्वारा जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने की शिकायत एससी/एसटी कमीशन से की है। हमने मीटिंग में सीएस से सिर्फ इतना पूछा था कि एक इलाके में लोगों के बुनियादी सुविधाएं क्यों नहीं मिल रही हैं। इस पर चीफ सेक्रेटरी चिल्लाकर बोले- मैंने दलितों की ठेकेदारी नहीं ले रखी है। बाद में उन्होंने कहा कि तुम एमएलए बनने के लिए काबिल ही नहीं हो, मैं सिर्फ एलजी को जवाब दूंगा।’
बीजेपी ने घटना को सिस्टम फेल होने पर केजरीवाल सरकार की बौखलाहट करार दिया। बीजेपी विधायक मानजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि आप सरकार अफसरों के साथ गुंडई पर उतारू हो गई। दिल्ली में न तो अफसर सेफ हैं और न ही विधानसभा में एमएलए।
दिल्ली बीजेपी प्रेसिडेंट मनोज तिवारी ने ट्वीट किया, ”अरविंद केजरीवाल और उनके विधायकों ने सोमवार रात चीफ सेक्रेटरी के साथ बदसलूकी कर उन्हें धमकियां दीं। आम आदमी पार्टी के गुंडों का एक और शर्मनाक काम। इसे आप नगरीय नक्सलवाद भी कह सकते हैं। केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए।”
दिल्ली कांग्रेस के प्रेसिडेंट अजय माकन ने कहा, ”अपने सामने हुई गंडागर्दी के लिए केजरीवाल को माफी मांगनी चाहिए। आप सरकार काम नहीं कर पा रही है। ऐसे में सरकार की नाकामी से ध्यान भटकाने के लिए सीएम के सामने उनके विधायक चीफ सेक्रेटरी से मारपीठ कर रहे हैं। यह सरकार काम करना जानती ही नहीं है।”कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा- “आम आदमी पार्टी को गलत व्यवहार और करप्शन पर सफाई देनी चाहिए। यदि कुछ अच्छा हुआ है तो केजरी और उनके एमएलए क्रेडिट लें और कुछ गलत हुआ है तो सरकार गिरना चाहिए। इस तरह से हाथापाई करना! कोई गुंडागर्दी है क्या?”