कुल्लू में वैज्ञानिकों ने की पर्यावरण में हो रहे परिवर्तन पर विस्तृत चर्चा

विभिन राज्य से 70 वैज्ञानिक दो दिवसीय सम्मेलन मे ले रहे भाग
-कुल्लू कॉलेज में दो दिनों तक जलवायु परिवर्तन पर हो रहा मंथन

कमलेश वर्मा(परी),कुल्लू, 28 दिसंबर। राजकीय महाविद्यालय कुल्लू के भूगोल विभाग द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधनों और पर्यावरण के मुद्दों का प्रबंधन के दो दिवसीय सम्मेलन का गुरूवार को आगाज हुआ। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ तीमोथी गानशालवे, डायरेक्टर आईआईटी मंडी ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की।इस अवसर पर विशेषतिथि के रूप में मुख्यवक्ता के रूप में डॉ आरके कोटनाला प्रोफेसर एनपीएल नई दिल्ली शिरकत की।इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य नंद लाल शर्मा ने मुख्यातिथि को कुल्लवी टोपी, मफलर व स्मृति चिंह दे कर सम्मानित किया और साथ में आए हुए गणमान्यतिथि को भी स्वागत किया। वहीं कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि ने द्वीप जलाकर और छात्रों ने सरस्वती वंदना गीत प्रस्तुत कर किया।इस अवसर पर मुख्यातिथि ने बताया कि पर्यावरण से संम्बधिंत विषयों पर भी अपनी जानकारी साझी की। उन्होंने कहा कि नई तकनीक में किसानों को उत्पादन कैसे बढ़ाया जा सकता है। वहीं डॉ आरके कोटनाला ने बताया कि उनके द्वारा निर्मित सोलर सेल की जानकारी दी उन्होंने ग्रीन उर्जा के बारे में भी अपनी जानकारी साझा की। प्राचार्य डॉ नंद लाल शर्मा ने कहा कि इस दो दिवसीय शिविर में देश के अलग अलग हिसों के आए 70 वैज्ञानिक व प्रवक्ता इस सम्मेलन में भाग ले रहें हैं और देश भर से आए वैज्ञानिकों का स्वागत करते हुए कहा कि हमें पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों को समझकर पर्यावरण को बचाने में बाधा उत्पन करने वाली चुनौतियों को समझना होगा और इस दिशा में कार्य करनी की आवशकता है। इस मौके पर वैज्ञानिकों द्वारा जलवायु में हो रहे परिवर्तन को लेकर विस्तृत चर्चा की। इस अवसर पर प्रोफेसर देवदत शर्मा, संजय पठानिया व डॉ मिलाप चंद शर्मा ने विशेष सत्र में अपने वकत्वय प्रस्तुत किए। इस अवसर पर प्राचार्य नारायण सिंह, मनदीप शर्मा,यशपाल मंहत, डॉ अनूप, डॉ कुनियाल सहित सभी गणमान्य व्यक्ति उपसिथत रहे।

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