ईएएस ने आतंकवाद से लड़ने का घोषणापत्र जारी किया, मोदी ने किया स्वागत

मनीला। पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) ने आतंकवाद के वित्त पोषण और आतंकवादी की चुनौतियों एवं क्षेत्र में आतंकवाद के सोच पर हावी होने से कारगर तरीके से निपटने के लिए अलग-अलग घोषणापत्र जारी किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कदम का स्वागत किया। भारत ईएएस का सदस्य है। प्रभावशाली समूह के सदस्य देशों ने इन दस्तावजों में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल समूहों के वित्तपोषण को रोकने सहित कई उपाय कर आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ को रोकने की खातिर साथ काम करने का मजबूत संकल्प लिया।विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) प्रीति सरण ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘‘विचारधारा संबंधी कथनों एवं दुष्प्रचार और साथ ही आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के लिए पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में दो बेहद महत्वपूर्ण घोषणापत्र जारी करने का स्वागत किया।’’ उन्होंने कहा कि इस कदम का भारत के लिए खास महत्व है क्योंकि देश पिछले तीन दशकों से आतंकवाद से पीड़ित रहा है और अब दुनिया भर में इसे मान्यता मिल रही है। प्रीति ने साथ ही कहा कि समूह का यह कदम आतंकवाद की समस्या खासकर सीमा पार आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिहाज से महत्वपूर्ण है।समूह ने कहा कि वह आतंकवाद से उसके सभी रूपों एवं अभिव्यक्तियों में निपटेगा और ‘आसियान कन्वेंशन ऑन टेररिज्म के प्रावधानों के तहत आतंकवाद के वित्तपोषण का ‘‘दमन’’ करेगा। समूह ने साथ ही इसके लिए ‘फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स द्वारा बनाए गए संबंधित नियमों का हवाला दिया। यह टॉस्क फोर्स आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए धनशोधन की समस्या से निपटता है।