बाल देखभाल संस्थानों में सभी सुविधाएं सुनिश्चित करें… यूनुस
कमलेश वर्मा(परी),कुल्लू, 26 दिसंबर। जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक मंगलवार को उपायुक्त यूनुस की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में बाल संरक्षण,किशोर न्याय अधिनियम, पोक्सो एक्ट और बाल अधिकारों से जुड़े विभिन्न मुददों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि अनाथ, परित्यक्त और त्याग दिए गए बच्चों या किसी भी तरह की कठिन परिस्थितियों में रह रहे बच्चों के कल्याण के लिए जिला बाल संरक्षण समिति का गठन किया गया है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी के अधीन दस कर्मचारी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बाल अधिकारों की रक्षा और बाल संरक्षण की दिशा में यह समिति सराहनीय कार्य कर रही है। जिला में इस समय अनाथ बच्चों के कुल 100 मामले सामने आए हैं। इस तरह के बच्चों के लिए फोस्टर केयर और आफटर केयर केंद्रों की स्थापना सुनिश्चित की गई है। उपायुक्त ने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के शिशु वार्ड के कमरा नंबर 410 में पालना स्वागत केंद्र 16 अक्तूबर को स्थापित किया जा चुका है। उपायुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला के दोनों बाल देखभाल संस्थानों सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करें तथा नियमित रूप से इनका निरीक्षण करते रहें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इन संस्थानों के बच्चों का नियमित मेडिकल चैकअप करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि किशोर न्याय अधिनियम,पोक्सो एक्ट और बाल अधिकारों से संबंधित अन्य नियमों व योजनाओं की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने के लिए जिला भर में जागरुकता शिविर लगाए जाएंगे। बैठक में अन्य मुददों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। जिला बाल संरक्षण समिति के सदस्य सचिव एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र आर्य ने विभिन्न मुददों व योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा पेश किया। समिति के अन्य पदाधिकारियों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव रखे।