गुजरात में आलू की खेती की बारीकियां सीखेंगे लाहुल-स्पीति के लोग

-दि लाहुल फल एवं सब्जी उत्पादक सरकारी विपणन एवं विधायन समिति गोंधला का दल गुजरात दौरे पर
चिप्स के लिए जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति का आलू सबसे बेहतर
परी वर्मा, कुल्लू, 17 जनवरी। जनजातीय क्षेत्र लाहुल से तिनन घाटी के दी लाहुल फल एवं सब्जी उत्पादक सहकारी विपणन एवं विधायन समिति गोंधला का एक दल गुजरात दौरे पर जाएगा। यह दल गुजरात में आलू की खेती की बारीकियों को सीख कर घाटी में अपने सदस्यों को जानकारी उपलब्ध करवाएगा। यह जानकारी सोसायटी के प्रबन्ध निदेशक एवं सचिव लाल चन्द कटोच ने दी है। गौर रहे लाहुल आलू उत्पादन के क्षेत्र में एशिया में माना जाता है और यहां का रोग मुक्त आलू एशिया भर में मशहूर है। गोंधला कि यह सोसाइटी जुलाई 2004 से पंजीकृत है और 170 सदस्यों वाली इस सोसाइटी ने बहुत कम समय मे आलू उत्पादन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए है। पहले इस सोसाइटी ने मैकेंन फूड्स इंडिया के साथ शेफोरडी नामक बीज आलू के लिए काम किया।अब 2016 से गुजरात की एक कम्पनी हाइफ़न फूड्स इंडिया के साथ काम कर रही है। इस कम्पनी के साथ संताना नामक बीज आलू का कारोबार बड़े सफलता पुर्बक हो रहा है।कम्पनी ने और अधिक क्या सुधार किया जा सकता है अपने खर्चे पर गोंधला सोसाइटी के पदाधिकारियों को आलू बीज तैयार होने और इस आलू से चिप्स बनने की विधि समेत कई मुख्य पहलुओं के लिये किसानों को बुलाया है। कटोच के मुताबिक वे पहले 18 जनवरी को लुधियाना स्थित उनके फार्म हाउस का दौरा करेंगे,उसके बाद गुजरात निकलेंगे जहां वे चार पांच दिनों तक आलू उत्पाद विषय को समझेंगे।गौर रहे लाहुल से तैयार होने वाला आलू रोग रहित होने के साथ साथ अधिक टिकाऊ भी रहता है और खास कर संताना आलू शुगर फ्री होने के कारण चिप्स के लिये बेहतरीन माना जाता है। लाल चन्द कटोच की माने टी यूं तो लाहुल का किसान कृषि के क्षेत्र में दुनिया भर में अपने मेहनत और कामयाबी का डंका बजा चुका है फिर भी सीखने की कोई सीमा भी नही है।उन्होंने बताया कि तिनन घाटी में आज कृषि के अभूतपूर्व बदलाव आ चुके है।लगभग सभी किसान आधुनिक खेती की ओर आकर्षित हो चुके है। इस घाटी में पावर ट्रिलर,स्प्रिंकल से सिंचाई,पॉली हाउस और मशीनीकरण के तमाम उपयोग देखने को मिल जाएंगे।यही नही अब किसान तेजी से रासायनिक खाद को अलविदा करने के मूड में है और जैविक खेती की तरफ अग्रसर हो रहा है।उधर सोसाइटी के अध्यक्ष मंगल चन्द योस्पा ने कहा है कि इस बार जिले का सौभाग्य है कि यहां से डॉ रामलाल मार्कण्डे जो विधायक चुने गए है अब प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री बन गए है।उनके दूरगामी सोच से जिले के साथ साथ प्रदेश को भी लाभ मिलेगा।इस दल में अंगरूप,अमर सिंह के इलावा ख़ंग्सर पंचायत के पूर्व प्रधान शमशेर सिंह भी शामिल हैं।

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