महेंद्र सिंह धौनी वर्ल्ड कप में अलग-अलग बल्लों के साथ खेलते नजर आ रहे हैं।
इस वर्ल्ड कप के दौरान उनके बैट पर तीन अलग तरह के स्टिकर देखे गए हैं। इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ पिछले दो मुकाबलों में धौनी SG लोगो वाले बैट के साथ उतरे थे।
नई दिल्ली, ICC World Cup 2019: महेंद्र सिंह धौनी ने वर्ल्ड कप में कुछ असमान्य सा करते दिख रहे हैं। वह तीन अलग-अलग बल्लों के साथ खेलते नजर आ रहे हैं। वह कभी SS, SG तो कभी BAS कंपनी के बल्ले के साथ दिखते हैं। वह जब क्रीज पर आते हैं तो हर बार उनके पास अलग कंपनी का बल्ला होता है और आखिरी ओवरों में दूसरी कंपनी का बल्ला होता है। वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में तो उन्हें सिर्फ एक बॉल के लिए भी बैट बदलते देखा गया था। बल्ला बदलने के बाद उन्होंने सिक्स लगाया था।
क्रिकेट के ज्यादातर फैन्स जानते हैं कि धौनी अकसर रिबॉक के बैट के साथ ही नजर आते हैं। हालांकि, इस वर्ल्ड कप के दौरान उनके बैट पर तीन अलग तरह के स्टिकर देखे गए हैं। इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ पिछले दो मुकाबलों में टीम इंडिया का यह विकेटकीपर SG लोगो वाले बैट के साथ उतरा था। वहीं, पारी के आखिरी कुछ ओवरों में जब उन्हें बड़े शॉट्स खेलने थे तो उस वक्त धौनी ने दूसरा बैट मंगवाया जिसमें BAS लोगो लगा था।
तीन बल्लों के पीछे ये है बड़ी वजह
धौनी के मैनेजर, अरुण पांडे, ने बताया, ” यह बात सच है कि धौनी इस टूर्नामेंट में तरह-तरह की ब्रैंडिंग बाले बैट का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन वह उसके लिए पैसे नहीं ले रहे हैं। वह बस अपने करियर के कई चरणों में मदद के लिए उनका धन्यवाद कर रहे हैं।”
पांडे ने कहा, “धौनी का दिल बहुत बड़ा है। उनको पैसों की जरूरत नहीं है, उनके पास काफी पैसा है। वह इन बैट्स का इस्तेमाल सिर्फ एक अच्छे भाव के लिए कर रहे हैं। BAS उनके साथ शुरुआत से जुड़ा हुआ है और SG ने भी उनकी काफी मदद की है।”
क्या जल्द ले सकते हैं संन्यास?
आम तौर पर, टॉप क्रिकेटर बैट प्रायोजकों से चार से पांच करोड़ रुपये के बीच सालाना चार्ज करते हैं। ऑस्ट्रेलियाई कंपनी स्पार्टन स्पोर्ट्स के साथ उनका समझौता किसी कानूनी परेशानी से गुजर रहा है, जिसकी वजह से धौनी के पास इस वक्त कोई बैट स्पॉन्सर नहीं है।
धौनी के इस भाव से कई फैन्स ने मान लिया है कि वह जल्द ही भारतीय टीम से संन्यास की घोषणा कर सकते हैं। ऐसे ही कयास उस वक्त भी लगाए गए थे जब धौनी ने हाल ही में एक मैच खत्म होने के बाद अंपायरों से गेंद मांग ली थी।