मौसम साफ होते ही कुछ समय के लिए बहाल किया जाएगा रोहतांग दर्रा

उपायुक्त लाहौल-स्पीति देवा सिंह नेगी ने दी जानकारी
-कहा:ज़िला में आवश्यक सेवाएं सामान्य, जल्द बहाल किया जाएगा रोहतांग
-बर्फ में फंसे सभी लोग सुरक्षित, परिजनों को किया गया है सूचित
-किसी भी तरह की आपात परिस्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार
-सुरंग को आम आवाजाही के लिए खोलना संभव नहीं
कमलेश वर्मा (परी)
कुल्लू,19 नवबंर। शीतमरुस्थल जनजातीय ज़िला लाहुल स्पीति सहित लेह-लदाख को जोड़ने वाला रोहतांग दर्रा मौसम साफ होते ही कुछ समय के लिए बहाल किया जाएगा। इसकी जानकारी उपायुक्त लाहुल स्पीति देवा सिंह नेगी ने जारी एक प्रेस बयान में दी। उन्होंने बताया कि बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद समूची लाहौल घाटी में बिजली, पानी, दूरसंचार-इंटरनेट, खाद्य आपूर्ति और अन्य सभी आवश्यक सेवाएं सुचारु रूप से चल रही हैं। जिलाधीश देवा सिंह नेगी ने बताया कि रोहतांग दर्रे के बंद होने के कारण कोकसर में फंसे 46 लोगों के खाने और रहने के सभी प्रबंध किए गए हैं। कोकसर स्थित बचाव चौकी में खाद्य वस्तुएं, लकड़ी, दवाईयां और अन्य सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है । कोकसर में कुछ ढाबे अभी भी खुले हैं और वहां इंटरनेट सेवा चल रही है। यहां फंसे सभी 46 लोगों के परिजनों को सूचित करने के लिए उनके नाम और पते लाहौल स्पीति जिले की वैबसाइट और फेसबुक पेज पर भी उपलब्ध करवाए गए हैं । जिलाधीश ने बताया कि मयाड़ घाटी में फंसे बारात के सभी लोगों को सुरक्षित उदयपुर पहुंचा दिया गया है। उन्हें उदयपुर विश्राम गृह में ठहराया गया है। उपायुक्त लाहुल स्पीति देवा सिंह नेगी ने बताया कि मौसम साफ होते ही रोहतांग दर्रे को बहाल कर दिया जाएगा।इसके लिए जिला प्रशासन लगातार सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अधिकारियों के संपर्क में है। .
उन्होंने मौसम साफ होते ही रोहतांग बहाली का कार्य आरंभ करने की बात कही है। जिलाधीश ने सभी लाहौलवासियों से किसी भी तरह की अफवाहों व भ्रांतियों में न आने की अपील की।उन्होंने बताया कि किसी भी तरह की आपात परिस्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। भविष्य में किसी बड़ी आपात परिस्थिति में लोगों को निर्माणाधीन रोहतांग सुरंग से निकालने की संभावनाओं के लिए भी जिला प्रशासन बीआरओ के संपर्क में है लेकिन सुरंग को आम आवाजाही के लिए खोलना संभव नहीं होगा। केवल विशेष परिस्थिति में ही सुरंग के विकल्प पर विचार किया जाएगा।जिलाधीश ने कहा कि लाहौल घाटी में सभी आवश्यक सेवाएं सामान्य हैं। सभी खाद्य वस्तुओं, दवाईयों और बालन की लकड़ी की एडवांस सप्लाई पहले ही दी जा चुकी है । सर्दियों में किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं । जिले में किसी भी जगह पर आपदा की स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के टॉल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क किया जा सकता है । इसके अलावा प्राधिकरण के जिला एमरजेंसी आपरेशन सेंटर के दूरभाष नंबर 01900222517 और 01900222509 पर भी आपदा की सूचना दी जा सकती है । उधर, सीमा सडक संगठन के कमांडर कर्नल अरविंद कुमार अवस्थी ने बताया कि नवम्बर महीने में रोहतांग का मौसम जानलेवा होता है। ऐसे में मौसम साफ होने के बाद बीआरओ रोहतांग दर्रे का दौरा करेगा और परिस्थितियों को देखने के बाद ही रोहतांग बहाली को लेकर कोई फैसला लेगा।
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मौसम साफ होते ही रोहतांग दर्रे को बहाल कर दिया जाएगा।इसके लिए जिला प्रशासन लगातार सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अधिकारियों के संपर्क में है। इसके अलावा रोहतांग दर्रे के बंद होने के कारण कोकसर में फंसे 46 लोगों व मयाड़ में फंसे लोगों के खाने और रहने के सभी प्रबंध किए गए हैं।
देवा सिंह नेगी,उपायुक्त लाहुल-स्पीति
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नवम्बर महीने में रोहतांग का मौसम जानलेवा होता है। ऐसे में मौसम साफ होने के बाद बीआरओ रोहतांग दर्रे का दौरा करेगा और परिस्थितियों को देखने के बाद ही रोहतांग बहाली को लेकर कोई फैसला लेगा।
कर्नल अरविंद कुमार अवस्थी, कमांडर बीआरओ
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रेस्कयू टीम ने कोकसर से बर्फ से बचाई 5 जिंदगियां
अम्बाला से गैस लेकर लाहौल।स्पिति के उदयपुर जा रहे ट्रक पिछले 3 दिनों से रोहतांग पार कर कोकसर की ओर राक्षी ढाँक में फंसे थे। 5 लोगो का ये दल मौसम खुलने का इंतजार कर वही रुका रहा। इन 5 लोगो मे एक कि हालत बिगड़ गई तो इन लोगो ने कोकसर रेस्कयू टीम से सम्पर्क किया। कोकसर रेस्कयू टीम के प्रभारी पवन ने बताया कि आज सभी को बर्फ के बीच से सुरक्षित कोकसर पहुंचा दिया है। उन्होंने बताया कि सभी लोग अम्बाला के रहने वाले है और ये गैस सिलेंडर लेकर लाहौल जा रहे थे। उन्होंने बताया कि इनमें एक कि हालत गंभीर बनी हुई है।