कुल्लू के कलाकेंद्र में राक्षस नाटक का सफल मंचन

-ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन के बाल कलाकारों ने दर्शकों का किया मनोरंजन
कमलेश वर्मा(परी),कुल्लू,02 जनवरी। ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन के बाल कलाकारों ने कला केंद्र कुल्लू में वर्र्ष 2018 के आगाज पर डॉ शंकर शेष द्वारा लिखित प्रसिद्ध नाटक राक्षस का सफल मंचन किया। केहर सिंह ठाकुर द्वारा निर्देशित 70 मिनट की अवधि के इस नाटक को दर्शकों की खूब सराहना मिली। बच्चों के संजीदा अभिनय ने दर्षकों को आरंभ से अंत तक बांधे रखा। नाटक राक्षस इंसान के अपने भीतर, अपने ही भयों,अपने ही निर्णयों से उपजे राक्षस के बारे में प्रतीकात्मक रूप से कहता है। नाटक कहता है जब हम स्वार्थ, स्वहित, स्वसुख तथा मतलब का मंत्र अलापने लगते हैं तो राक्षस हमारे भीतर अमूर्त रूप से अनुभव में आकार लेने लगता है। वह राक्षस इंसानी आत्मा को जमा देता है और उस इंसान को सभी संवेदनाओं से मुक्त करके केवल एक यंत्र बना देता है। नाटक में इसी राक्षस को खात्मा रक्तिम कमल फूल से जो इंंसानी शरीर के मूलाधार चक्र में स्थित रक्त कमल को इंगित करता है। जो शक्ति का प्रतीक है और वही दुर्गा रूप सभी राक्षसों का नाश करता है। नाटक में अवंतिका, विपुल, सपना, ममता, अक्षय आदि बाल कलाकरों ने बहुत ही उन्दा अभिनय किया। जबकि पिंकी, सोनिया, सूरज, खेम राज, रिलैक्षी, अभय, मदन लाल, रीता, प्रोमिला, नरेंद्र आदि 15 बाल कलाकारों ने भी अपनी अपनी भूमिकाओं को बहतरीन रूप से निभाया। नाटक की वस्त्र एवं सैट परिकल्पना मीनाक्षी की रही। जबकि आलोक तथा सहायक निर्देशन आरती ठाकुर का रहा। पाश्र्व संगीत में ढोलक पर निखिल रहे जबकि अन्य सहायकों के रूप में दीन दयाल, जीवानंद, आशा तथा कविता आदि रहे।