अब कहां जाएंगे औट बाजार के 32 कारोबारी
-मार्केट टूटने के बाद कारोबारियों सताने लगी अपने परिवार की चिंता
बोलेए प्रशसान की गलती का खामियाजा क्यों भुगते हम और हमारा परिवार
औट में ही कारोबारियों के लिए कांप्लेक्स बनाने की उठाई मांग
कमलेश वर्मा(परी),कुल्लू,30 दिसंबर। औट बाजार में करीब २० सालों से अपनी रोजी-रोटी कमा रहे 32 परिवारों को अब अपनी और अपने परिवार की चिंता सताने लगी है। औट बाजार में बनीं केशव माधव मार्केट को लोगों ने माननीय कोर्ट के आदेश पर खाली कर दिया और प्रशासन ने एसडीएम सदर मंडी पूजा चौहान के देखरेख में दुकानों को तोड़ भी दिया। लेकिन औट बाजार के कारोबारियों को अब अपनी और अपने परिवार की चिंता सताने लगी है। कारोबारियों के कहना है कि रोजगार छीन जाने के बाद अब वे कहां जाएंगे। औट में अवैध करार दी गई दुकानों का उदघाटन 20 साल पहले तत्तकालीन विधानसभा अध्यक्ष और तत्तकालीन उपायुक्त मंडी ने किया था। 32 कारोबारी बीस साल से इस मार्केट का किराया राजस्व विभाग मंडी को दे रहे हैं। कारोबारियों का कहना है कि केशव माधव मार्केट प्रशासन और सरकार ने बनाई थी उन्होंने तो इस मार्केट को केवल किराये पर लिया था और आज प्रशासन की गलती का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। वे और उनके परिवार सड़कों पर आ गए हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि औट बाजार में ही एक कांप्लेक्स का निर्माण किया जाएए जहां पर उन्हें बसाया जाए। जब तक कांप्लेक्स नहीं बन जाता तब तक उन्हें किसी दूसरे स्थान पर कारोबार करने की अनुमति दी जाए।
कारोबारियों का कहना है प्रशसान ने जेसीबी चलाकर उनकी दुकानों को तोड़ दिया थाए लेकिन केशव माधव मार्केट के नीचे तोड़ी गई दुकानों के नीचे सरकारी कार्यालय चल रहे हैं। इस पर प्रशासन क्यों आंख बंद कर बैठा है। क्या इन पर कोर्ट के आदेश लागू नहीं होते हैं।